किसके दबाव में कलेक्टर साहब! आंखो के सामने शहर के बीचों बीच अवैध खनन मौन क्यों… सरकारी के बाद अब निजी जमीन से मुरम खोद रहे माफिया
भू-स्वामी ने प्रशासन से लगाई अवैध खनन पर रोक की गुहार
शिवपुरी–साहब…। शहर में खुलेआम निजी जमीन पर दबंगई व नेतागिरी की दम पर खुलेआम अवैध रूप से मुरम की खुदाई की जा रही है और इसकी शिकायत भी भूमि स्वामी ने कई बार की लेकिन न जाने क्यों प्रशासन अपनी आंखें बंद किए हुए सब कुछ देख रहा है। कलेक्टर साहब बताओ आखिर किसका दबाव है जो इन दबंग पर कार्रवाई नहीं की जा रही।
शहर भर में अवैध मुरम का कारोबार दिन दोगुनी रात चौगुनी रफ्तार से पैर पसारता जा रहा है। प्रशासनिक अमला इस अवैध खनन को रोकने पर कोई ध्यान नहीं दे रहा। इसी का परिणाम है कि माफियाओं ने सरकारी तो सरकारी निजी जमीन पर भी मुरम का अवैध खनन चालू कर दिया है। पीड़ित भू-स्वामी माफियाओं के खौफ के कारण काफी डरा हुआ महसूस कर रहा है।
उल्लेखनीय है कि माफियाओं ने एक ओर जहां फतेहपुर शमशान घाट, मेडिकल कालेज के पास से लाखों डंपर मुरम का अवैध खनन कर लिया है, परंतु न तो राजस्व द्वारा यहां कोई कार्रवाई किसी खनन माफिया पर की गई है और न ही खनिज विभाग द्वारा इसी का परिणाम है कि खनन माफियाओं के हौसले बुलंद हो गए हैं। अब खनन माफियाओं ने नौहरी कलां पावर हाउस के पास
रत्नेश जैन पुत्र पूरन चंद जैन निवासी न्यू ब्लाक के निजी स्वामित्व की सर्वे क्रमांक 768 की जमीन पर मुरम का अवैध खनन करना शुरू कर दिया है। रत्नेश जैन के अनुसार उसकी जमीन पर रात के समय माफिया आते हैं और जेसीबी से खुदाई कर कई डंपर मुरम खोद कर ले जाते हैं। बकौल जैन पिछले एक महीने में माफियाओं ने हजारों डंपर मुरम खोद कर उसकी जमीन को तालाब बनाकर कर रख दिया है। इससे एक ओर जहां उसका नुकसान हो गया है, वहीं दूसरी ओर प्राथी अवैध खनन माफियाओं के भय से भयभीत है। पीड़ित के अनुसार इससे पूर्व उक्त खनन माफिया प्रार्थी की भूमि के पीछे हाउसिंग बोर्ड की जमीन पर पूर्व में उत्खनन किया जा चुका है। प्रर्थी ने अपनी शिकायत में इस बात का भी उललेख किया है कि माफिया न सिर्फ उसकी जमीन पर अवैध खनन कर रहे हैं, बल्कि नौहरीकलां पावर के पीछे बटालियन के पास भी अवैध रूप से खनन करने में लगे हुए हैं। पीड़ित व्यक्ति ने जिम्मेदार अधिकारियों से मौका मुआयना करवाया जाकर कानूनी कार्रवाई की मांग की है। मामले को लेकर जब कलेक्टर को फोन लगाया गया तो किसी कारणवश उनका फोन नहीं उठ सका।
पीड़ित को सता रहा नोटिस का भय
पीड़ित भू-स्वामी को इस बात का भी भय सता रहा है कि प्रशासन फिलहाल उसकी शिकायतों पर कोई ध्यान नहीं दे रहा है, लेकिन निकट भविष्य में यही प्रशासनिक अधिकारी उसे ही उसकी खुद की जमीन पर अवैध खनन का नोटिस दे देंगे और उसे परेशान किया जाएगा। पीड़ित को इस बात की भी आशंका है कि उसके ऊपर ही केस न लगा दिया जाए।