वीरेंद्र रघुवंशी के टिकट पर आमने सामने दिग्गी राजा और कमलनाथ
कमल नाथ बोले–मुझे यह बात समझ नहीं आई कि केपी सिंह शिवपुरी क्यों जाएं
शिवपुरी–कांग्रेस की पहली सूची आने के बाद रविवार को ही प्रदेश में कई जगहों पर असंतुष्ट नेताओं का विरोध शुरू हो गया था। शिवपुरी विधानसभा के टिकट को लेकर कांग्रेस आला कमान में ही परस्पर विरोध दिखाई दे रहा है। भाजपा से कांग्रेस में आए कोलारस विधायक वीरेंद्र रघुवंशी भी टिकट के दावेदार थे, लेकिन पार्टी ने केपी सिंह को टिकट देकर चौंका दिया। यह टिकट दिग्विजय सिंह का था। सोमवार को इसे लेकर रघुवंशी के समर्थकों ने विरोध किया और भोपाल में कमलनाथ से चर्चा की तो उन्होंने भी कहा कि जितना आप चाहते हैं (वीरेंद्र का चुनाव लड़ना) उससे ज्यादा तो मैं चाहता हूं। ये बात मैंने दिग्विजय सिंह और जयवर्धन को बताई और फिर उन पर छोड़ दिया। फिर केपी सिंह बोले कि मेरी दिग्विजय सिंह से बात हो गई है और दिग्विजय सिंह ने कहा मेरी केपी सिंह से बात हो गई। फिर कल शाम को ही बोले कि हम तो ऐसा समझे नहीं थे। मैं खुद कह रहा हूं कि केपी सिंह वहां (शिवपुरी) क्यों जाएं। मैंने दोनों को दिल्ली बुलाया है। बताया जा रहा है कि जब कमलनाथ से चर्चा के दौरान समर्थक वीडियो बना रहे थे तो सुरक्षाकर्मियों ने सभी के मोबाइल बंद करा दिए।
दूसरी ओर वीरेंद्र रघुवंशी ने भी इंटरनेट मीडिया अकाउंट पर वीडियो जारी कर गंभीर आरोप लगाए हैं। वीरेंद्र रघुवंशी ने सूची आने के बाद पहले इंटरनेट मीडिया अकाउंट पर पोस्ट किया कि ‘तुम रक्षक काहू को डरना’। इसके बाद शाम को उनका एक वीडियो आया जिसमें वह कह रहे हैं कि ‘मेरा जीवन संघर्षों से गुजरा है। मैंने यह संघर्ष सदैव आप सभी के विकास के लिए किए हैं। वर्तमान में पुन: मुझे कुचक्रों के जाल में फंसाया गया है। धैर्य बनाए रखें, निश्चित ही शीर्ष नेतृत्व विचार मंथन के बाद हमें सेवा का अवसर जरूर देगा’। इस पूरे घटनाक्रम में शिवपुरी के टिकट को लेकर विरोधाभास पैदा कर दिया है।
वीरेंद्र रघुवंशी भी पार्टी आला कमान से बात करने के लिए दिल्ली गए हैं। उनके समर्थकों का दावा है कि पार्टी यहां टिकट में बदलाव कर सकती है।