ऑनलाइन सट्टे से बर्वाद हो रहे परिवार, पुलिस बेखबर
शिवपुरी–आईटी क्रांति के युग में मोबाइल लोगों की जीवन में काफी सहायक साबित हो रहा है। लेकिन जैसा कहते हैं हर सिक्के के दो पहलू होते हैं इसी तरह टेक्नॉलोजी का भी कुछ लोग दुरूपयोग करने से बाज नहीं आते हैं और इनका गलत कामों में उपयोग करने लगते हैं। ऐसा ही कुछ शिवपुरी जिले में चल रहा है। यहां कहने तो सट्टे का कारोबार बंद हैं लेकिन अब सटोरिए हाईटेक हो गए हैं और टेक्नोलॉजी का फायदा उठाकर अब अपना कारोबार कर रहे हैं। सट्टा कारोबारियों ने सोशल साइड पर कई ग्रुप बना लिए हैं और सट्टा खेलने वाले लोगों को जोड़कर सट्टा खिलवा रहे हैं।
बता दें कि सट्टा एक ऐसी बीमारी है जो आज की युवा पीढ़ी को अंधेरे में धकेल रही है। इनमें से कई लोगों ने फर्जी एप भी बना लिए हैं। इस खेल में हजारों लोग रोजाना बर्बाद हो रहे है। पुलिस न केवल इससे बेखबर है, बल्कि पुलिस के पास इस खेल को पकडऩे का कोई जरिया भी नहीं है।
शिवपुरी में आनलाइन सट्टा कैंसर की तरह फैल रहा है, इससे गरीब से लेकर धनपतियों के लाड़ले फंसते जा रहे हैं। इस खेल में शुरू में सट्टा खिलाने वाले प्रलोभन के तौर पर सट्टा खेलने वाले को जीतने के मौका देती है। जैसे-जैसे जीतने का सिलसिला आगे बढ़ता है, सामने वाले को मजबूत करके हरा दिया जाता है। लगातार हारने से उसके पैसे खत्म हो जाते हैं और वो घर से चोरियां करते हैं या बाहर से कर्ज लेकर उसमें डूबता रहता है। दिनभर इसी खेल में लगे रहने के कारण उसका ध्यान कहीं और जाता भी नहीं है। इस ओर पुलिस कोई ध्यान नहीं दे रही है और यह सट्टे का कारोबार संक्रमण की तरह फैलता जा रहा है।