(✍🏻डॉ विकासदीप शर्मा,ज्योतिषाचार्य✍🏻)
शिवपुरी — ग्रहण एक खगोलीय घटना है लेकिन धर्म शास्त्र अनुसार अगर ग्रहण दिखाई दे या ना भी दे, इसका सूतक काल मान्य हो या ना हो,लेकिन ग्रह राशियों पर आंशिक असर अवश्य दिखाई देता है,क्योंकि चंद्र या सूर्य अलग नही है,जो ग्रहण अमेरिका में दिखाई देगा तो सूतक काल भी अमेरिका में ही मान्य होगा , लेकिन विशेषकर ग्रहण वाले दिन जिस राशि पर चन्द्र का गौचर रहेगा उनके लिए सचेत रहना जरूरी है,साथ ही जिनकी पत्रिका में चंद्र कमजोर हो या राहु केतु के प्रभाव में हो,साथ ही शनि चंद्र युति हो उनके लिए विशेषकर ग्रहण के असर देखे गए है।ग्रहण एक ऐसी घटना है जो प्रत्येक प्राणी को सूक्ष्म और वृहत स्तर पर प्रभावित अवश्य करती है,ग्रहण केवल मन और आत्मा के ग्रह सूर्य और चंद्र को लगता है, और हमारा यह जीवन शरीर आत्मा और मन के संयोग से घटित होता है।इस बार होली पर चंद्रग्रहण का साया होने से सभी को कुछ सावधानियाॅं अवश्य रखनी चाहिये।शराब, भांग, गांजा,अफीम आदि किसी भी प्रकार का नशा ना करे अन्यथा मानसिक रूप से पागलपन और उन्माद कि अवस्था से नकारात्मक परिणाम प्राप्त होंगे।भूख से कम भोजन करे,अन्यथा बीमार होने कि संभावना बढ जायेगी।होली प्रेम से खेले,यात्रा संभलकर करे,नशे की स्थिति में वाहन ना चलाये,दुर्घटना और कलह कि संभावनाये बहुत अधिक रहेंगी।
होली के त्यौहार कि शुरुआत सर्वप्रथम भगवान के विग्रह पर गुलाल लगाकर करे।आवश्यकतानुसार वार्तालाप करे , वहस से बचें ,मन अशांत और बेचैन होगा,यदि ऐसा होने लगे तो एकांत मे जाकर मन को भगवान के स्मरण मे लगा दे।
कन्या राशि और हस्त नक्षत्र मे जन्मे जातक विशेष प्रभावित होंगे,साथ ही मिथुन, वृश्चिक, कुम्भ,ओर तुला राशि वाले भी अपने अंदर के नकारात्मक भाव और हताशा से बचे,इसलिये 25 मार्च को उपवास रखना और भगवान शिव का पूजन करना,यह आपके लिये शुभ रहेगा।